The post BJP Leaders Resigned: 4 राज्यों से BJP के 21 सांसद विधानसभा लड़े, 12 जीते, सांसदी से अब तक 11 ने दिया इस्तीफा appeared first on Pravartak Bharat.
]]>संसद सदस्यता छोड़ने वालों में मध्य प्रदेश से नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, उदय प्रताप और रीति पाठक हैं. वहीं छत्तीसगढ़ से अरुण साव और गोमती साय जबकि राजस्थान से राज्यवर्धन सिंह राठौड़, दीया कुमारी और किरोड़ी लाल मीणा शामिल हैं. तेलंगाना में विधानसभा चुनाव जीते कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने भी संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. रेवंत कल तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
जिनमें बाबा बालकनाथ, किरोड़ीलाल मीणा, दीया कुमारी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, भागीरथ चौधरी, नरेंद्र खीचड़ और देवजी पटेल शामिल थे. इन सात में से सिर्फ चार ही चुनाव जीत सके. चुनाव जीतने वालों में राज्यवर्धन, बालकनाथ, दीया कुमारी और किरोड़ीलाल का नाम है.
राजस्थान से जिन तीन सांसदों (BJP Leaders Resigned) ने इस्तीफा दिया है, वे संसद सदस्यता छोड़कर विधानसभा की सदस्यता लेंगे. पार्टी इन तीनों विधायकों को मंत्री पद दे सकती है. जबकि राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और बाबा बालकनाथ को CM पद का दावेदार माना जा रहा है.
खबर लिखे जाने तक राजस्थान से बाबा बालकनाथ ने सांसद पद से इस्तीफा लोकसभा स्पीकर को सौंप दिया है. बाकी ऐसे में वह या तो आने वाले दिनों में इस्तीफा देंगे. अगर नहीं देते हैं तो उन्हें विधायक पद छोड़ना पड़ेगा. जहां पर उपचुनाव कराए जाएंगे.
ये भी पढ़ें: नीतीश कुमार की राजनीति का अंतिम दौर, प्रशांत किशोर ने कहा- लोकसभा चुनाव के बाद कहानी खत्म हो जाएगी!
मध्य प्रदेश में 7 सांसदों ने चुनाव लड़ा, जिनमें फग्गन सिंह कुलस्ते, राकेश सिंह, उदय प्रताप सिंह, रीति पाठक, प्रह्रलाद सिंह पटेल, गणेश सिंह और नरेंद्र सिंह तोमर शामिल थे. इनमें से गणेश और कुलस्ते चुनाव हार गए. बाकी उदय प्रताप, रीति, प्रह्रलाद सिंह, नरेंद्र सिंह और राकेश चुनाव जीते.
मध्य प्रदेश में जिन पांच सांसदों ने इस्तीफा (BJP Leaders Resigned) दिया, उनमें से नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद सिंह पटेल CM पद की रेस में हैं. बाकी विधायकों को राज्य की कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है.
छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने चार सांसदों विजय बघेल, गोमती राय, रेणुका सिंह और अरुण साव को चुनाव लड़वाया. इनमें से गोमती, रेणुका और अरुण चुनाव जीत गए. विजय बघेल को हार मिली.
छत्तीसगढ़ में जिन दो सांसदों गोमती साय और अरुण साव ने सांसदी से इस्तीफा दिया है, उनको राज्य सरकार में मंत्री पद मिल सकता है. हालांकि यह दोनों अभी CM की रेस में नहीं हैं.
विधानसभा चुनाव जीते सांसदों को 14 दिन में छोड़नी होती है एक सीट. क्या कहते हैं नियम…
दोहरी सदस्यता: कोई व्यक्ति संसद के दोनों सदनों- लोकसभा और राज्यसभा- का सदस्य नहीं हो सकता है. रिप्रेजेंटेशन ऑफ पीपुल एक्ट (1951) के मुताबिक,
इसी तरह कोई व्यक्ति एक ही समय पर संसद और विधानसभा का सदस्य नहीं रह सकता है. अगर कोई व्यक्ति संसद और विधानसभा दोनों के लिए चुना जाता है, तो उसे 14 दिन के अंदर विधानसभा की सीट खाली करनी होगी, वर्ना संसद की उसकी सदस्यता रद्द हो जाएगी.
नियम के मुताबिक, संसद या विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद खाली सीट पर छह महीने के अंदर चुनाव कराने होते हैं. चूंकि इस बार 2024 में मई तक नई सरकार बन सकती है. ऐसे में हो सकता है सांसदों की खाली सीट पर एक साथ अगले साल ही चुनाव कराए जाएं.
The post BJP Leaders Resigned: 4 राज्यों से BJP के 21 सांसद विधानसभा लड़े, 12 जीते, सांसदी से अब तक 11 ने दिया इस्तीफा appeared first on Pravartak Bharat.
]]>